पदोन्नति के स्रोत एवं लाभ
पदोन्नति के स्रोत किसी उपक्रम के कर्मचारी की पदोन्नति कर किसी बड़े पद पर नियुक्ति हो जाये अथवा उच्च पदों पर उपक्रम के बाहर के व्यक्तियों को चुना जाये। साक्षात्कार के द्वारा इस तरह का प्रश्न विवादित हो जाता है। इसी तरह की सदैव ही माँग कर्मचारी करते रहते हैं कि उच्च पदों को जल्द-से-जल्द से पदोन्नति कर शीघ्र भर दें। परन्तु चुनाव प्रक्रिया के द्वारा प्रबन्ध उन उच्च पदों को भरते हैं। जिस कारण से कर्मचारियों में द्वेष आदि की भावना विकृत होने लगती है और कर्मचारी संघों में असन्तोष बढ़ता चला जाता है। यह प्रमुख कारण हड़तालों और अनशनों का होता है। प्रत्येक संस्था में दो पदोन्नति के प्रमुख स्रोत होते हैं-
(अ) उपक्रम के कर्मचारियों से
(ब) पद विज्ञप्ति करके।
(अ) उपक्रम के कर्मचारियों से
जब कोई कर्मचारी अपने ही उपक्रम से पदोन्नति हो उच्च पद पर पहुँच जाता है तो वह आन्तरिक स्रोत कहलाता है। उच्च पदों पर कर्मचारियों की पदोन्नति करने के प्रमुख आधार निम्न हैं-
1. वरिष्ठता को आधार मानकर
2. योग्यता को आधार मानकर
3. इन दोनों का आधार मानकर।
(ब) पद विज्ञप्ति करके
उपक्रम के प्रबन्धक द्वारा कभी-कभी उच्च पदों को भरने के लिए विज्ञप्तियाँ निकालता हैं जो रिक्तियाँ विज्ञप्तियाँ के पद पर नियुक्त होती हैं उन्हें साक्षात्कार कहा जाता है। ज्यादातर दूसरे उपक्रमों में काम करने वाले कर्मचारी ही आवेदन किया करते हैं। अत: उन्हीं में से ही चुना जाता है। जन साधारण से भी कभी - कभी नियुक्तियाँ की जाती हैं। जब भी नियुक्ति जनता से की जाती है सदैव ही उन्हें नियुक्तियाँ करते वक्त अच्छे, चैतन्य, उत्साही, नवयुवकों को ही चुना जाता है। आजकल ज्यादातर पदोन्नति उपक्रमों से ही कर दी जाती है तथा शेष विज्ञप्तियाँ प्रकाशित करके। कुछ उपक्रमों में 25 प्रतिशत पद बाह्य स्रोतों से भरे जाते हैं तथा 75 प्रतिशत पद उपक्रम से कर्मचारियों को पदोन्नति करके।
पदोन्नति के लाभ
पदोन्नति के लाभ कुछ इस प्रकार हैं —
(1) कर्मचारियों को लाभ
(2) उपक्रम को लाभ
(1) कर्मचारियों को लाभ
पदोन्नति के द्वारा उपक्रम में काम करने वालो को जो लाभ प्राप्त होता है वे कुछ इस प्रकार हैं —
(1) जीवन स्तर में वृद्धि,
(2) उत्साह को बढ़ावा,
(3) उच्च पद की प्राप्ति,
(4) सामान्य वेतन में वृद्धि,
(5) अधिक प्रतिष्ठा एवं सम्मान,
(6) अधिकारों की प्राप्ति,
(7) लम्बी सेवा अवधि का पुरस्कार मिलना,
(8) खुद की योग्यता को बढ़ाने की अवसर मिलना,
(9) कार्य परिवर्तन के कारण, कार्य में अधिक रूचि लेना । प्रमुख लाभ कर्मचारियों को पदोन्नति से प्राप्त होते हैं।
(2) उपक्रम को लाभ
पदोन्नति के द्वारा मात्र कर्मचारियों को ही लाभ नहीं मिलता बल्कि उस संस्था को भी लाभ मिलता है जहाँ पदोन्नति व्यक्ति कार्य करता है। निम्नलिखित लाभ पदोन्नति के द्वारा प्राप्त होते हैं-
(1) उत्पादन में वृद्धि होना,
(2) श्रम की गतिशीलता में कमी,
(3) श्रम अनुपस्थिति कम होना,
(4) कर्मचारियों की कार्यकुशलता को बढ़ाने का लाभ प्राप्त होना,
(5) औद्योगिक विवादों में कमी आना,
(6) कर्मचारियों का उपक्रम के प्रति तन एवं मन की भावना के साथ जुड़ जाना,
(7) पदोन्नति के द्वारा प्रशिक्षण में कम खर्च का आना।
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