स्थानान्तरण का अर्थ एवं परिभाषा
स्थानान्तरण का अर्थ ; जब किसी कर्मचारी को एक कार्य अथवा एक स्थान से हटाकर दूसरे कार्य या स्थान पर भेज दिया जाता है, तो इसे स्थानान्तरण की संज्ञा दी जाती है। स्थानान्तरण से कर्मचारी के पद, वेतन, सम्मान और उत्तरदायित्व में कोई परिवर्तन नहीं होता।
स्थानान्तरण की परिभाषा
स्थानान्तरण की परिभाषा निम्न प्रकार दी जा सकती है- डेल योडर के अनुसार, “स्थानान्तरण से अभिप्राय किसी कर्मचारी उत्तरदायित्व में परिवर्तन या क्षतिपूर्ति के विशेष सन्दर्भ बिना ही उसे एक कार्य से दूसरे कार्य पर भेजना है।”
स्थानान्तरण के प्रकार
किसी कर्मचारी का स्थानान्तरण निम्न आधारों पर किया जा सकता है-
(1) उद्देश्य के आधार पर
1. उत्पाद स्थानान्तरण
जब किसी कर्मचारी को उत्पादन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक कार्य (एक पद) से दूसरे कार्य (दूसरे पद) पद नियुक्त किया जाता है, तो वह उत्पादन स्थानान्तरण कहलाता है।
2. पाली स्थानान्तरण
जब किसी कर्मचारी को एक पाली से दूसरी पाली में कार्य करने के लिए नियुक्त किया जाता है, तो उसे पाली स्थानान्तरण कहते हैं।
3. प्रतिस्थापन स्थानान्तरण
जब किसी कर्मचारी को उसी पद पर (जिन पद पर वह कार्यरत था) किसी दूसरे विभाग में भेज दिया जाता है , तो इसे प्रतिस्थापन स्थानान्तरण कहते हैं।
4. उपचार स्थानान्तरण
इस प्रकार का स्थानान्तरण प्रायः निम्न दशाओं में किया जाता है-
(i) किसी कर्मचारी की गलत नियुक्ति होने पर ,
(ii) किसी कर्मचारी का अपने सहयोगी कर्मचारियों से झगड़ा हो जाने पर ,
(iii) किसी कर्मचारी के अस्वस्थ अथवा लम्बी छुट्टी लेने पर।
(2) इकाई के आधार पर
(1) विभागीय स्थानान्तरण
जब किसी कर्मचारी को एक विभाग से हटाकर दूसरे विभाग में उसी पद पर स्थानान्तरित किया जाता है तो इसे विभागीय स्थानान्तरण कहते हैं।
(2) सम्भागीय स्थानान्तरण
जब किसी कर्मचारी का स्थानान्तरण विभाग के अन्दर किया जाता है तो इसे सम्भागीय स्थानान्तरण कहते हैं । इस प्रकार के स्थानान्तरण में कार्य की प्रकृति एवं विभाग वहीं रहते हैं केवल स्थान परिवर्तन होता है।
(3) अन्तर इकाई स्थानान्तरण
यदि किसी उपक्रम में अनेक प्रकार के संयन्त्र हो तो एक इकाई से दूसरे इकाई में स्थानान्तरण अन्तर इकाई स्थानान्तरण कहलाता है।
स्थानान्तरण के कारण
किसी औद्योगिक उपक्रम में कर्मचारियों का स्थानान्तरण निम्न कारणों से किया जा सकता
(1) विभाग विशेष में कर्मचारियों की संख्या अधिक होने पर
यदि किसी विभाग में कर्मचारियों की संख्या आवश्यकता से अधिक है , तो उस विभाग के कर्मचारियों को किसी अन्य विभाग या उपक्रम की किसी अन्य शाखा में स्थानान्तरित कर दिया जाता है।
(2) कर्मचारी का सहयोगी कर्मचारियों से झगड़ा होने पर
यदि किसी कर्मचारी का अपने सहयोगी कर्मचारी से किसी बात पर झगड़ा हो जाता है, तो उसे किसी अन्य विभाग में स्थानान्तरित कर दिया जाता है।
(3) कर्मचारी के अयोग्य होने पर
यदि कोई कर्मचारी किसी दुर्घटना अथवा अन्य किसी कारण से उस कार्य को करने में अयोग्य हो जाता है, जिसके लिए वह नियुक्त किया गया था, तो उसे किसी अन्य पद या विभाग में स्थानान्तरित कर दिया जाता है।
(4) कर्मचारी द्वारा इच्छा व्यक्त करना
यदि किसी कर्मचारी किसी कारण से, जैसे प्रतिकूल जलवायु, बच्चों की शिक्षा, निवास की समस्या, अथवा अन्य किसी कारण से स्थानान्तरण की इच्छा व्यक्त करता है, तो उसे किसी अन्य विभाग से स्थानान्तरित कर दिया जाता है।
(5) कर्मचारी की पदोन्नति होने पर
किसी कर्मचारी विशेष की पदोन्नति होने पर उसे उच्च विभागों में स्थानान्तरण कर दिया जाता है।
(6) अन्य कारण
(i) व्यवसाय का विस्तार या संकुचन होने पर,
(ii) कर्मचारी को प्रशिक्षण देना,
(iii) एक कर्मचारी को एक स्थान पर अधिक समय तक न रखने की नीति अपनाना आदि।
श्रेष्ठ स्थानान्तरण नीति की विशेषताएँ अथवा स्थानान्तरण के सिद्धान्त या स्थानान्तरण नीति
कर्मचारी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरण करने में यद्यपि अनेक समस्याएँ आती हैं लेकिन प्रशासनिक दृष्टिकोण से स्थानान्तरण एक अनिवार्यता है। स्थानान्तरण कुछ
निश्चित सिद्धान्तों के आधार पर होना चाहिए। स्थानान्तरण की नीति प्रमुख रूप से निम्न सिद्धान्तों पर आधारित होनी चाहिए-
(1) विस्तृत एवं स्पष्ट नीति
स्थानान्तरण नीति विस्तृत एवं स्पष्ट होनी चाहिए तथा कर्मचारी को इसका ज्ञान होना चाहिए अर्थात् इसकी घोषणा कर्मचारियों में होनी चाहिए।
(2) स्थानान्तरण की दशाएँ
कर्मचारियों के मध्य यह बात स्पष्ट होनी चाहिए कि स्थानान्तरण किन-किन दशाओं में किया जा सकेगा जिससे कर्मचारी परिस्थितियों से परिचित हो सके।
(3) स्थानान्तरण का अधिकार
स्थानान्तरण नीति में यह बात स्पष्ट होनी चाहिए कि स्थानान्तरण किस अधिकारी द्वारा तथा किस अधिकारी की संस्तुति पर किया जा सकेगा।
(4) स्थानान्तरण का आधार
स्थानान्तरण का आधार क्या होगा इस बात का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए अर्थात् स्थानान्तरण योग्यता, वरिष्ठता या किसी अन्य आधार पर किया जायेगा।
(5) स्थानान्तरण का क्षेत्र
स्थानान्तरण का क्षेत्र भी स्थानान्तरण नीति में स्पष्ट रूप से उल्लिखित होना चाहिए अर्थात् यह स्पष्ट होना चाहिए कि स्थानान्तरण विभागीय, अन्तर विभागीय आदि किस क्षेत्र पर हो सकता है।
(6) स्थानान्तरण के पदों का उल्लेख
कर्मचारी का स्थानान्तरण किन कार्यों के लिए तथा किस पद पर किया जा सकेगा, इस बात का स्पष्ट उल्लेख स्थानान्तरण नीति में होना चाहिए।
(7) वेतन तथा भत्तों आदि पर प्रभाव
स्थानान्तरण नीति में यह स्पष्ट होना चाहिए कि वेतन तथा भत्तों पर कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं और अन्तर होने की दशा में क्या किया जायेगा।
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