दक्षेस (सार्क -SAARC)
शार्क क्षेत्र सहयोग का दक्षिण एशियाई संगठन एक अंतरराष्ट्रीय संगठन (South Asian Association for Regional Cooperation) (SAARC) है, जिसकी स्थापना दिसंबर 1985 ईस्वी में की गई थी। इसके सदस्य दक्षिण एशियाई वर्तमान में 8 देश — भारत,-बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान और मालदीप है। इसका मुख्य कार्यालय काठमांडू (नेपाल) में स्थित है। इस संगठन का उद्देश्य दक्षिण एशिया में तकनीक, सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग में वृद्धि करना है।
दक्षेस (SAARC) का चार्टर
सार्क के उद्देश्य एवं सिद्धांत
(1) दक्षेस (SAARC) के उद्देश्य
सार्क के चार्टर में 10 अनुच्छेद हैं जिम सार्क के उद्देश्यों, सिद्धांतों तथा वित्तीय व्यवस्थाओं का उल्लेख किया गया है। चार्टर के अनुच्छेद एक में सार्क के निम्नांकित साथ उद्देश्य बताए गए हैं—
(1) दक्षिण एशियाई क्षेत्र में निवास करने वाले जनता के कल्याण तथा उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयत्न करना।
(2) दक्षिण एशियाई राष्ट्रों की सामूहिक आत्मनिर्भरता में वृद्धि करना।
(3) दक्षिणी एशियाई क्षेत्र में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को प्रोत्साहित करना।
(4) सदस्य राष्ट्रों में आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्र में सक्रिय सहयोग और पारस्परिक सहायता में अभिवृद्धि करना।
(5) दक्षिण एशियाई राष्ट्रों में आपसी विश्वास, दूरदर्शी तथा एक दूसरे की समस्याओं के प्रति सहानुभूति की भावना उत्पन्न करना।
(6) सामान्य हित के मामलों पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आपसी सहयोग को अभिव्यक्ति करना।
(7) अन्य विकासशील देशों के साथ सहयोग में वृद्धि करना ।
(2) सार्क के सिद्धांत
सार्क के चार्टर के अनुच्छेद 2 में इसके निम्नांकित तीन सिद्धांतों का उल्लेख किया गया है—
(1) सदस्य राष्ट्र एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।
(2) संगठन के ढांचे के अंतर्गत सहयोग, प्रभुसता संपन्न समानता, क्षेत्रीय अखंडता, राजनीतिक स्वतंत्रता, दूसरे देशों के मामले में हस्तक्षेप न करना तथा पारस्परिक लाभ के सिद्धांतों का सम्मान करना।
(3) सदस्य राष्ट्रों का सहयोग द्विपक्षी और बहू पक्षीय सहयोग का स्थान नहीं लेगा, बल्कि परस्पर पूरक होगा।
संस्थाएं — चार्ट्स ने दक्षेस की निम्नलिखित संस्थाओं का गठन किया है—
(1) शिखर सम्मेलन
(2) मंत्री परिषद
(3) स्थाई समिति
(4) तकनीकी समितियां
(5) कार्यकारी समितियां
(6) सचिवालय
(7) वित्तीय व्यवस्थाएं
दक्षेस (सार्क) सम्मेलनों का विवरण
सार्क के अब तक संपन्न हुए 11 सम्मेलनों का संक्षिप्त वर्णन कुछ इस प्रकार है—
(1) पहला सम्मेलन दिसंबर, 1985 ईस्वी में ढाका (बांग्लादेश) में हुआ था, जिसका अध्यक्ष राष्ट्रपति जनरल इरशाद थे।
(2) दूसरा सम्मेलन बेंगलुरु (भारत) में नवंबर 1986 ईस्वी में संपन्न हुआ था, जिसके अध्यक्ष भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे।
(3) तीसरा सम्मेलन 1987 ईस्वी में काठमांडू (नेपाल) में हुआ था, जिसकी अध्यक्षता नेपाल नरेश वीरेंद्र वीर विक्रम शाहदेव ने की थी।
(4) चौथा सम्मेलन 31 दिसंबर, 1988 ई को इस्लामाबाद (पाकिस्तान) में हुआ था, इसकी अध्यक्षता तत्कालीन पार्क प्रधानमंत्री श्रीमती बेनजीर भुट्टो चुनी गई थी।
(5) पांचवा सम्मेलन 21 नवंबर से 23 नवंबर, 1990 ई तक मालदीप की राजधानी माल में हुआ। इसके अध्यक्ष मालदीप के राष्ट्रपति में मैमून अब्दुल गयूम थे।
(6) छठ सम्मेलन 21 दिसंबर, 1991 ई० को कोलंबो (श्रीलंका) में हुआ। इसका अध्यक्ष रण सिंह प्रेमदास श्रीलंका के राष्ट्रपति थे। इस सम्मेलन में राष्ट्रपति प्रेमदास ने प्रस्ताव रखा कि दक्षिण एशिया को अपनी एक पहचान बनाकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आना चाहिए। इसी सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री ने ‘सामूहिक आर्थिक सुरक्षा’ का प्रस्ताव रखा।
(7) सातवां सम्मेलन 10 अप्रैल से 11 अप्रैल 1993 ई तक बांग्लादेश की राजधानी ढाका में संपन्न हुआ। इसकी अध्यक्षता बांग्लादेश के प्रधानमंत्री श्रीमती बेगम खालीदार जिया निर्वाचित हुई। इस सम्मेलन में सदस्य राष्ट्रों में आर्थिक सहयोग पर बोल दिया तथा आतंकवाद को समाप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प किया। बेगम जिया ने समापन समारोह में शांति, प्रगति एवं स्थायित्व बढ़ाने पर बोल दिया।
(8) आठवां सम्मेलन 2 मई से 4 मई, के मध्य भारत की राजधानी नई दिल्ली में संपन्न हुआ। इसके अध्यक्ष भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पी०वी० नरसिम्हा राव थे। इस सम्मेलन में आतंकवाद का एक छूट होकर सामना करने और गरीबों को पूर्णता समाप्त करने का संकल्प लिया गया।
(9) नवां सम्मेलन 12 मई से 14 मई, 1997 तक मालदीप की राजधानी माले में हुआ। इसके अध्यक्ष मालदीप के राष्ट्रपति में मैमून अब्दुल गयूम थे। इस सम्मेलन में 2001 तक दक्षिण एशिया को मुक्त व्यापार क्षेत्र बनाने, 2002 तक इस क्षेत्र की गरीबी दूर करने, आतंकवाद को समाप्त करने हेतु समन्वित रूप से प्रयास करने, महिलाओं को अधिकार संपन्न बनाने तथा सुरक्षा परिषद् का विस्तार करने पर बोल दिया गया।
(10) दसवां शिखर सम्मेलन श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में जुलाई 1998 में संपन्न हुआ।
(11) 11वां शिखर सम्मेलन 3 से 5 जनवरी, 2002 को नेपाल की राजधानी काठमांडू में संपन्न हुआ।
दक्षेस के उपयुक्त सम्मेलनों से स्पष्ट होता है कि दक्षेस अभी तक कोई ठोस महत्वपूर्ण कार्य नहीं कर सका है। संगठन के सदस्यों में बारिश पड़ेगी विश्वास एवं सहयोग की भावना का अभाव है। कभी-कभी इसमें द्विपक्षीय मामलों को उठाने का प्रयास किया गया जाता है जिससे परस्पर कटुता एवं द्वेष की भावना जन्म होती है।
सार्क का मूल्यांकन
सरकारी उद्देश्य और सिद्धांत अत्यंत महत्वपूर्ण है। सार्क सदस्य राष्ट्रों के पारस्परिक सहयोग में वृद्धि करने की दिशा में प्रथम सशक्त प्रयास है। इसमें संदेह नहीं है कि दक्षिण एशिया में सार्क के सदस्य राष्ट्रों के मध्य में राजनीतिक तनाव विद्यमान है। भारत के अपने पड़ोसी देश— पाकिस्तान से संबंध सामान्य नहीं है। कुछ व्हाट्सएप पूरे भारत के बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ संबंधों में कटता उत्पन्न हो गई थी परंतु अब यह स्थिति धीरे-धीरे समाप्त हो रही है। आरती दृष्टि से सभी सदस्य राष्ट्रों का आपसी व्यापार भी 10% से अधिक नहीं है। यातायात की स्थिति भी संतोषजनक नहीं रही है। अतः सार्क की स्थापना का मूल उद्देश्य इन राष्ट्रों के पारस्परिक संबंधों को सामान्य बनाना है, जिसके लिए आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग अति आवश्यक है।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर
सार्क (SAARC) संगठन की स्थापना कब हुई थी?
सार्क संगठन की स्थापना 8 दिसंबर, 1985 ई को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुई थी।
दक्षिणी एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) का मुख्य कार्यालय किस नगर में है?
काठमांडू (नेपाल)।
11वां शिखर सम्मेलन कहां आयोजित हुआ?
11वां शिखर सम्मेलन नेपाल की राजधानी काठमांडू में संपन्न हुआ।
दक्षिण एशियाई विकास कोष की स्थापना कब हुई थी?
1996 ईस्वी में।
सार्क का पूरा नाम क्या है?
सार्क का पूरा नाम— South Asian Association for Regional Cooperation।
सार्क का आठवां सदस्य देश कौन है?
सार्क का आठवां सदस्य देश अफगानिस्तान है।
साप्टा समझौता किन राष्ट्रों की संगठन के तत्वाधान में हुआ था?
सार्क।
वर्तमान में सार्क के कितने सदस्य राष्ट्र हैं?
वर्तमान में सार्क के 8 सदस्य राष्ट्र हैं।
दक्षेस (सार्क) क्या है?
शार्क क्षेत्र सहयोग का दक्षिण एशियाई संगठन एक अंतरराष्ट्रीय संगठन (South Asian Association for Regional Cooperation) (SAARC) है।
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