लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में समानताएं

 लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में समानताएं

लोक प्रशासन वह निजी प्रशासन की आपसी संबंध के विषय में दो दृष्टिकोण को अपनाया गया है। प्रथम दृष्टिकोण के अनुसार इन दोनों में कोई भेद नहीं है। ये दोनों समान है। द्वितीय दृष्टिकोण के अनुसार दोनों में  असमानता पाई जाती है, दोनों में पर्याप्त भेद हैं।

लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में मुख्य समानताएं

(1) संगठनात्मकता 

लोक प्रशासन और निजी प्रशासन दोनों ही क्षेत्रों में संगठनात्मकता (Organization) और समानता (Equality) की महत्वपूर्ण भूमिका है, संगठन प्रशासन का महत्वपूर्ण अंग है। संगठन के अभाव में प्रशासनिक उद्देश्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता। संगठन की आवश्यकता निजी वह सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में पढ़ती है। सरकारी नौकरी में समानता: लोक प्रशासन में सरकारी नौकरी में समानता की प्रोत्साहना की जाती है, ताकि लोगों को विभिन्न समृद्धि और विकास के क्षेत्रों में समर्थित किया जा सके।

(2) कर्मचारी वर्ग के समान उत्तरदायित्व 

निजी एवं सरकारी प्रशासन के कर्मचारियों में योग्यता का होना आवश्यक होता है। दोनों अपने निश्चित उद्देश्य की प्राप्ति हेतु अपने कर्तव्यों का समान रूप से पालन करते हैं। इसी कारण बस कभी-कभी सरकारी वर्ग के प्रशासनिक कर्मचारी को निजी प्रशासनिक संस्थानों में भरती कर लिया जाता है।

(3) नियोजन, नियंत्रण कार्य प्रणालियों में समानता 

प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से चलने हेतु नियोजन, संगठन, आदेश, समन्वयी तथा नियंत्रण की आवश्यकता होती है, चाहे वे संस्थाएं सरकारी हो या गैर सरकारी।

(4) जनसंपर्क की आवश्यकता 

कोई भी प्रशासन बिना जनसंपर्क के सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है। दोनों प्रकार के प्रशासन को जनसंपर्क की आवश्यकता होती है। 

लोक प्रशासन मुख्य रूप से सार्वजनिक सेवाओं का प्रबंधन करता है जो सामाजिक सरोकारों को सुनिश्चित करने में मदद करता है। जनसंपर्क से, लोग सरकारी योजनाओं और सेवाओं के बारे में सीधे रूप से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उन्हें पहुंच मिल सकती है।

(5) अधिकारियों की समान योग्यताएं

प्रशासन की उन्नति अधिकारी वर्ग की योग्यता पर निर्भर होती है प्रशासन चाहे निजी हो या सरकारी। कुशलता, कार्य दक्षता, कर्तव्य निष्ठा, ईमानदारी आदि सभी योग्यताएं निजी व सरकारी प्रशासनिक अधिकारियों में होनी आवश्यक समझी जाती हैं।

(6) प्रयोग एवं प्रगति 

प्रशासन धीरे-धीरे समय के साथ विकास क्रम की ओर बढ़ता है तथा इसको प्रगतिशील बनाने के लिए नए-नए तरीकों को अपनाया जाता है तथा यह अन्वेषण निजी एवं सरकारी दोनों प्रकार के प्रशासन में पाया जाता है।

(7) कर्मचारी प्रबंधन

 दोनों ही क्षेत्रों में कर्मचारी प्रबंधन महत्वपूर्ण है, ताकि संगठन के कर्मचारी सही रूप से प्रेरित और प्रशिक्षित हों। कर्मचारी संबंधों का प्रबंधन, लोक प्रशासन और निजी प्रशासन दोनों को अपने कर्मचारियों के संबंधों को प्रबंधित करने के लिए क्रियात्मक रूप से काम करना होता है, जिसमें समाधान और संबंधों की स्थिति सुनिश्चित की जाती है। 

निष्कर्ष 

बताओ यह स्पष्ट होता है कि व्यक्तिगत प्रशासन वह लोग प्रशासन के बीच अंतर नहीं के बराबर है। दोनों की प्रकृति, लक्ष्य, कार्य प्रणाली तथा साधन एक जैसे ही रहते हैं।

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