लोकतंत्र की सफलता की तात्पर्य
एक सफल लोकतंत्र का मतलब है एक ऐसा राजनीतिक और सामाजिक प्रणाली जिसमें नागरिकों को सकारात्मक रूप से सहभागी बनाया जाता है और उन्हें स्वतंत्रता, न्याय और अधिकारों का सुरक्षित एवं समर्थन करने में सक्षम किया जाता है।
लोकतंत्र की सफलता की प्रमुख शर्तें
(1) शिक्षित जनता
एक सफल लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण शर्तों में से एक है शिक्षित जनता। शिक्षित जनता का होना लोकतंत्र के सुरक्षित और स्थायी फलों के लिए महत्वपूर्ण है। यह विभिन्न प्रतिष्ठानों और अधिकारों का सही रूप से समझने और प्रयोग करने में मदद करता है जो एक सही और सुरक्षित लोकतंत्र की नींव होते हैं। प्रजातंत्र की सफलता के लिए पहली आवश्यक शर्त है—जनता का शिक्षित होना। शिक्षित जनता ही अपने मताधिकार का उचित प्रयोग करके सही और योग्य व्यक्तियों को देश का शासन संचालन करने के लिए निर्वाचित करती है।
(2) समाज हित को सर्वोच्चता
यदि लोकतंत्र में ऐसे व्यक्तियों का उद्भव हो जाए जो अपनी जाति और वर्ग हित का सामाजिक हित पर बलिदान कर सके और जो उत्तम भविष्य के लिए वर्तमान कष्टों को सहन कर सके, जिसमें उनकी दूरदर्शिता और सहनशीलता का परिचय हो और ऐसे प्रतिनिधियों वह अधिकारियों का चुनाव कर सके जो उच्च गुणों से युक्त हो, तभी लोकतंत्र सफलता के मार्ग पर अग्रसर हो सकता है।
(3) आर्थिक समानता
लोकतंत्र की सफलता के लिए यह भी आवश्यक है कि समाज में आर्थिक असमानता ना हो, क्योंकि आर्थिक असमानता सशस्त्र क्रांति को जन्म देती है और लोकतंत्र को समूल नष्ट कर देती है। हाब्सन का कथन है,"धनिकों का धन व निर्धनों की निर्धनता प्रजातंत्र को भ्रष्ट कर सकती है।"
(4) जनता का मौलिक सिद्धांतों में विश्वास
लोकतंत्र में कुछ ऐसी मौलिक सिद्धांत होते हैं जिनमें विश्वास रखें बिना प्रजातंत्र सफल नहीं हो सकता है, उदाहरण के लिए—लोकतंत्र में सभी व्यक्ति समान होने चाहिए। इसमें लिगंगत, वर्णगत, जातिगत, वंशगत, वर्गगत, धर्मगत आदि भेदभाव के बिना प्रत्येक व्यक्ति को समान सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
(5) राजनीतिक दलों का स्वस्थ संगठन
राजनीतिक दलों का स्वस्थ संगठन एक सफल लोकतंत्र की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। लोकतंत्र की सफलता के लिए आवश्यक है कि राजनीतिक दल राजनीतिक और आर्थिक कार्यक्रमों के आधार पर संगठित हो, किंतु राजनीतिक दलों की बहुलता नहीं होनी चाहिए। स्वस्थ संगठन उन डैमोक्रेटिक मूल्यों का पालन करता है जो लोकतंत्र की नींव होते हैं, जैसे कि स्वतंत्रता, न्याय और समानता।
(6) रोजगार के आधिकाधिक अवसर उपलब्ध कराना
रोजगार के आधिकाधिक अवसर उपलब्ध कराना लोकतंत्र की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह नागरिकों को आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास और सामाजिक समावेश में मदद करता है। लोकतंत्र की सफलता के लिए यह भी आवश्यक है कि कोई व्यक्ति बेकार न रहे। सभी को जीवोकोपार्जन के लिए योग्यता अनुरूप कार्य मिलना चाहिए।
(7) योग्य नेताओं का चुनाव
लोकतंत्र की सफलता के लिए यह परमावश्यक है कि जनता योग्य, निस्वार्थ, समाज-सेवी तथा ईमानदार नेताओं का चुनाव करें, क्योंकि शासन का अच्छा या बड़ा होना बहुत कुछ अच्छे या बुरे नेताओं पर ही निर्भर करता है। एक योग्य नेता को शिक्षित और ज्ञानी होना चाहिए ताकि वह देश और समाज के विभिन्न पहलुओं को समझ सके और उनका सही निर्णय ले सके।
(8) शांति और सुव्यवस्था
लोकतंत्र की सफलता के लिए देश में शांति और सुव्यवस्था का होना आवश्यक है, क्योंकि लोकतंत्र आंतरिक तथा बाह्य शांति के वातावरण में ही पल्लवित हो सकता है। शिक्षा और साक्षरता की बढ़ती हुई स्तर से समाज में जागरूकता बढ़ती है और लोग अधिक सकारात्मक रूप से समाज में शामिल होते हैं। शिक्षित और सक्षर लोग अधिक समर्थ होते हैं और सुव्यवस्थित समाज की स्थापना में सहायक हो सकते हैं।
(9) जागृत लोकमत, जनसंचार के साधनों की स्वतंत्रता तथा निष्पक्षता
लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए यह परमावश्यक है कि मीडिया का दृष्टिकोण स्वतंत्रता निष्पक्ष हो, क्योंकि सच्चे लोकमत के निर्णय में स्वतंत्र प्रेस (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया) तथा निष्पक्ष समाचार पत्रों का महत्वपूर्ण स्थान है। इन साधनों पर किसी प्रकार का प्रबंध नहीं होना चाहिए।
(10) राजनीतिक जागरूकता
राजनीतिक जागरूकता लोकतंत्र की सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है। जब लोग राजनीतिक प्रक्रियाओं, निर्णयों और सरकारी कार्यों के प्रति जागरूक होते हैं, तो वे सक्रिय भागीदार बन सकते हैं और लोकतंत्र में सकारात्मक परिवर्तनों को प्रोत्साहित कर सकते हैं। लोकतंत्र की सफलता के लिए यह भी आवश्यक है कि सभी नागरिकों में राजनीतिक जागृति हो। दूसरे शब्दों में,"सभी नागरिकों को अपने अधिकारों, कर्तव्य और स्वतंत्रता के प्रति निरंतर जागरूक रहना चाहिए।"
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