आधुनिकीकरण क्या है? अर्थ परिभाषा एवं विशेषताएं

आधुनिकीकरण से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को कवर करेंगे जैसे — 

1- आधुनिकीकरण क्या है

2- आधुनिकीकरण को परिभाषित कीजिए तथा इसकी प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए।

3- आधुनिकीकरण की विशेषताएं

4- aadhunikikaran ki vyakhya karen

5- आधुनिकीकरण का अर्थ एवं परिभाषाएं

आधुनिकीकरण क्या है? अर्थ परिभाषा एवं विशेषताएं

आधुनिकीकरण (modernization) 

aadhunikikaran kya hai ;  आधुनिकीकरण का अध्ययन कोई नवीन घटना नहीं है। सामाजिक वैज्ञानिकों ने 19वीं शताब्दी से ही, जबकि यूरोप के देशों में औद्योगीकरण के कारण सामाजिक परिवर्तन शुरू हुए, आधुनिकीकरण के अध्ययन में रुचि लेना शुरू कर दिया था। आधुनिकीकरण एक सामान्य शब्द है जिसका प्रयोग तीव्र सामाजिक परिवर्तन के लिए तथा सामाजिक प्रघटना को समझने के लिए किया जाता है। इसे सामान्यतः औद्योगीकरण तथा आर्थिक विकास से अथवा वैज्ञानिक तथा तकनीकी विकास से जोड़ा जाता है। वास्तव में, आधुनिकीकरण एक बहुस्तरीय अवधारणा है।

 aadhunikikaran ki vyakhya karen ;   अर्थशास्त्री आधुनिकीकरण को आर्थिक विकास तथा प्राकृतिक साधनों पर अधिकाधिक नियंत्रण के रूप में देखते हैं, जबकि समाजशास्त्री तथा मानवशास्त्री की रुचि प्रमुख रूप से वैभिन्नयीकरण की प्रक्रिया तथा आधुनिक समाजों की विशेषताओं के अध्ययन में है। किस प्रकार परंपरागत संरचना में वैभिन्नयीकरण की प्रक्रिया द्वारा नवीन संरचनाओं का विकास होता है? आधुनिकीकरण के क्या प्रकार्य अथवा अकार्य हैं? इन बातों के अध्ययन में समाजशास्त्रियों ने अधिक रूचि दिखाई है। राजनीतिशास्त्रियों ने आधुनिकीकरण को सामान्यतः राजनीतिक आधुनिकीकरण के रूप में देखने का प्रयास किया है तथा अपना ध्यान सरकारों द्वारा तीव्र परिवर्तन लाने, परिवर्तन की मांगों के प्रत्युत्तर तथा सामाजिक संघर्षों के अध्ययन पर अधिक केन्द्रित किया है।

आधुनिकीकरण का अर्थ एवं परिभाषाएं 

आधुनिक शब्द लैटिन भाषा से लिया गया है जिसका प्रयोग छठी शताब्दी में समकालीन तथा प्राचीन लेखकों अथवा विषयों में अंतर करने के लिए किया जाता था। बाद में इस शब्द का प्रचलन अंग्रेजी भाषा में भी होने लगा तथा सत्र भी शताब्दी तक आधुनिकता, आधुनिकर्ता तथा आधुनिकीकरण शब्दों का प्रयोग सीमित तथा तकनीकी संदर्भ में ही किया जाता रहा। पिछली शताब्दी से आधुनिकता शब्द एक सामान्य शब्द बन गया है जिसका प्रयोग तकनीकी, राजनीतिक, आर्थिक तथा सामाजिक विकास की दृष्टि से विकसित देशों की विशेषताओं के लिए किया जाने लगा है तथा आधुनिकीकरण शब्द का प्रयोग उसे प्रक्रिया के लिए किया जाता है जिसके द्वारा विकासशील देशों ने इन विशेषताओं को ग्रहण किया है।

इस प्रकार, आधुनिकीकरण शब्द का प्रयोग प्राचीन अथवा पूर्व आधुनिक समाजों का आधुनिक समाज में परिवर्तन होने की प्रक्रिया के लिए किया जाता है। आर्थिक संपन्नता तथा राजनीतिक स्थायित्व आधुनिकता के दो प्रमुख लक्ष्य माने जाते हैं। 

आधुनिकीकरण की परिभाषा

आधुनिकीकरण एक विचारधारा नहीं है यद्यपि यह राजनीतिक विचारधारा अथवा नीति का आधार हो सकती है। परिभाषाओं से यह स्पष्ट हो जाता है कि आधुनिकीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पूर्व आधुनिक समाज आधुनिक समाजों में परिवर्तित होते हैं। इसमें आर्थिक संपन्नता, राजनीतिक स्थायित्व, वैज्ञानिक तथा तार्किक दृष्टिकोण तथा सार्वभौमिक धर्मनिरपेक्ष मूल्य निहित है। समय तथा स्थान को सामने रखते हुए यह कहा जा सकता है कि आधुनिकीकरण एक समय सापेक्ष अवधारणा है क्योंकि जिसे हम आधुनिक मानते हैं वह कुछ देर पश्चात पुराना हो सकता है।

     आधुनिकरण की प्रमुख विशेषताएं

(1) सामाजिक संचालन तथा सामाजिक वैभिन्न्यीकरण

सामाजिक संचालन आधुनिकीकरण की सामाजिक जनसंख्यात्मक विशेषता है तथा इसका अर्थ है प्राचीन तत्वों को छोड़कर आधुनिक प्रतिमानों की तरफ बढ़ना। आधुनिकीकरण की इस सामाजिक जनसंख्यात्मक अवस्था में ईसनस्टेड के अनुसार निम्नलिखित बातें पाई जाती है—

 (१) मशीनों, इमारत तथा प्रयोग की वस्तुओं के प्रदर्शन द्वारा आधुनिक जीवन के पहलुओं के प्रति प्रकाशकरण,

 (२) जनसंचार की प्रक्रिया,

 (३) निवास में परिवर्तन,

 (४) नगरीकरण,

 (५) कृषि व्यवसायों में परिवर्तन,

 (६) कृषि का यंत्रीकरण,

 (७) प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी।

     आधुनिक समाज सामाजिक संचालन के अतिरिक्त व्यक्तिगत प्रक्रियाओं तथा संस्थात्मक संरचना की दृष्टि से भी अधिक विभेदीकृत तथा विशेषीकृत होते हैं। आधुनिक समाज में आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक सभी क्षेत्र में विभेदीकरण पाया जाता है तथा इन पहलू में अधिक जटिलता पाई जाती है।

(2) संरचनात्मक विभेदीकरण 

ईसनस्टेड के अनुसार “आधुनिकीकरण की एक विशेषता निरंतर संरचनात्मक विभेदीकरण है। ” सभी क्षेत्रों से पुराने संगठनों का विघटन हो जाता है तथा नए-नए संगठन विकसित होने लगते हैं। सामाजिक संरचना में धर्मनिरपेक्षीकरण, नए प्रकार के आर्थिक संगठनों का विकास, नौकरशाही प्रशासन, व्यापारीकृत अर्थव्यवस्था तथा व्यावसायिक विविधता इत्यादि अनेक प्रकार के विभेदीकरण होते रहते हैं।

(3) संगठनात्मक तथा स्थिति व्यवस्थाओं में परिवर्तन 

आधुनिक समाज में प्रकार्यात्मक रूप में विविध प्रकार के विशिष्ट संगठन श्रम विभाजन के विकास के कारण पाए जाते हैं तथा आधुनिकीकरण की प्रक्रिया नातेदारी व्यवस्था तथा प्रदत्त विशेषताओं को समाप्त कर देती है। समाज में नवीन वर्गों का निर्माण होता है। सामाजिक प्रकार्यों तथा प्रक्रिया में भी परिवर्तन आ जाते हैं।

(4) सामाजिक तथा राजनीतिक आंदोलन

आधुनिकीकरण की प्रक्रिया अनेक सामाजिक तथा राजनीतिक आंदोलनों को जन्म देती है। जिससे राजनीतिक तथा सामाजिक संरचनाओं में काफी परिवर्तन आ जाते हैं। राजनीतिक क्षेत्र में आधुनिकीकरण की विशेषता केंद्रीय सत्ता, बड़े प्रशासन तथा राजनीतिक अभिकरणों का विकास है। आधुनिक समाज अधिक प्रजातांत्रिक है क्योंकि इनमें प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में स्वतंत्रता, समानता तथा भ्रातृत्व के अधिकार प्राप्त होते हैं।

(5) अनुकूल जन्म प्रवृत्तियाँ 

आधुनिक समाजों में परंपरागत प्रतिमानों का स्थान आधुनिक प्रतिमान जैसे एकमत तथा समाज की जन प्रवृत्तियाँ ले लेती हैं। अधिक से अधिक जनसंख्या केंद्रीय तथा अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेना शुरू कर देती है।

(6) व्यापक शिक्षा 

 आधुनिकीकरण के साथ-साथ शिक्षा संगठनों तथा शिक्षा कार्यों में विशेषीकरण हो जाता है तथा शिक्षा का व्यापक विस्तार हो जाता है। सामान्य शिक्षा के अतिरिक्त व्यक्तिगत विभिन्नताओं के अनुसार व्यावसायिक तथा तकनीकी शिक्षा का भी विस्तार हो जाता है। इस प्रकार, शिक्षा का व्यापक विस्तार नहीं होता, अपितु इसमें विविधता भी आ जाती है।

(7) अंतर्राष्ट्रीय सहयोग 

 आधुनिकीकरण एक पृथक् राष्ट्रीय अथवा राज्य समुदायों तक ही सीमित नहीं है अपितु एक अंतर्राष्ट्रीय प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग का विकास करना है। इस प्रकार, आधुनिकीकरण का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत है तथा इससे एक विश्व की कल्पना साकार रूप की तरफ बढ़ती जा रही है।

Post a Comment

और नया पुराने
Join WhatsApp