स्पेन राज्य के उदय (उत्कर्ष) कारण - rise of spain

स्पेन का उत्कर्ष या उदय से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं या टांपिक को कवर करेंगे जैसे-

1- स्पेन राज्य के उदय के कारण बताइए?

2- स्पेन के उत्कर्ष में फर्डिनेंड और इसाबेल के योगदान का वर्णन कीजिए।

3- स्पेन में फर्डिनेंड और इसाबेल के शासनकाल की प्रमुख घटनाओं की व्याख्या कीजिए। 

स्पेन राज्य के उदय (उत्कर्ष) कारण - rise of spain

स्पेन का उत्कर्ष या उदय

 16वीं शताब्दी में यूरोप के इतिहास में स्पेन राज्य के उत्कर्ष की घटना को विश्व के इतिहास के अत्यंत महत्वपूर्ण घटना के रूप में जाना जाता है। स्पेन राज्य की उत्कर्ष का इतिहास स्वयं में अत्यंत रोचक है। 16वीं शताब्दी में सम्राट चार्ल्स पंचम के राज्यारोहण के समय स्पेन की राजनीतिक स्थिति अत्यंत सुदृढ़ थी, किंतु इस राज्य को सुदृढ़ आधार किसने प्रदान किया? यह एक अत्यंत रोचक प्रश्न है। इसका उत्तर प्राप्त करने के लिए हमें 15वीं शताब्दी के स्पेन राज्य की राजनीतिक स्थिति पर दृष्टिपात करना होगा। वस्तुत: स्पेन राज्य का उत्कर्ष फर्डिनेंड एवं इसाबेल के शासनकाल की ही देन है। 

फर्डिनेंड एवं इसाबेल का स्पेन के उत्कर्ष में योगदान 
स्पेन राज्य के उदय के कारण

फर्डीनेण्ड एवं इसाबेल के समय की निम्नलिखित घटनाओं ने स्पेन राज्य के उत्कर्ष में महत्वपूर्ण योगदान दिया था जिसे हम नीचे आपको बताएंगे— 

(1) फर्डिनेंड एवं इसाबेल का विवाह 

स्पेन के शासक फर्डिनेंड एवं इसाबेल के मध्य संपन्न हुए वैवाहिक संबंध में स्पेन के उत्कर्ष में उल्लेखनीय भूमिका निभाई थी। दोनों के मध्य यह विवाह सन् 1969 में संपन्न हुआ था। इससे पूर्व स्पेन विभिन्न छोटे-छोटे राज्यों में विभाजित था। इस विवाह के हो जाने के फलस्वरूप स्पेन के राज सिंहासन पर हप्सबर्ग राजवंश के राज्यारोहण की भूमिका तैयार हुई। दोनों ने मिलकर स्पेन के राजनीतिक एकता को साकार रूप प्रदान किया और निरंकुश एवं सुदृढ़ राजतंत्र की स्थापना करके संपूर्ण स्पेन को राष्ट्रीय एकता के सूत्र में आबद्ध कर दिया। 

(2) उत्कृष्ट सैन्य तथा सैनिक विजयें 

फर्डिनेंड एवं इसाबेल ने मिलकर स्पिन राज्य के विस्तार और  सुदृढ़ीकरण करण की दिशा में कुछ आवश्यक कदम उठाए थे। उन्होंने अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत करने का निश्चय किया तथा सेवा का पुनर्गठन किया। उत्कृष्ट सैनिक संगठन के बल पर फर्डिनेंड एवं इसाबेल को कुछ महत्वपूर्ण विजय प्राप्त करने में सफलता भी मिली। सन् 1992 में स्पेन सेना ने मूरो की शक्ति को नष्ट करके ग्रेनाडा पर विजय प्राप्त की थी, तथा सन् 1512 में नावारे पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया। तुर्कों के विरुद्ध मिली इस सफलता के फल स्वरुप संपूर्ण स्पेन पर फर्डिनेंड एवं इसाबेल का अधिकार हो गया और स्पेन के गौरव में अपार वृद्धि भी हुई। उसका सैनिक अभियान आगे भी सफलतापूर्वक जारी रहा। उन्होंने अपनी कूटनीति व सैन्य बल सफलतापूर्वक जारी रखा। शीघ्र ही उन्होंने अपनी कूटनीति व सैनिक बल के सहारे नेपल्स, सिसली, सार्डीनिया आदि राज्यों पर अधिकार करके स्पेन को एक गौरवशाली राज्य की श्रेणी में खड़ा कर दिया और संपूर्ण यूरोप महाद्वीप में स्पेन की सैन्य शक्ति की प्रतिष्ठा को भी स्थापित कर दिया। 

(3) कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज 

फर्डिनेंड एवं इसाबेल के कुशल संरक्षण और प्रोत्साहन के फल स्वरुप सन् 1992 में कोलंबस ने अमेरिका (एक नई दुनिया) की खोज करने में सफलता प्राप्त की थी। यह एक महान उपलब्धि थी, जिसने संपूर्ण विश्व में कोलंबस और उसे संरक्षण देने वाली स्पेन की सरकार की ख्याति में कल्पनातीत वृद्धि की थी। इस घटना के फल स्वरुप स्पेन को राजनीतिक और आर्थिक दोनों प्रकार के लाभ हुए। स्पेन के साम्राज्य में वृद्धि हुई और उसे अमेरिका से अपरदन राशि भी प्राप्त हुई, जिसने स्पेन के राजकोष को समृद्ध बनाया था। 

(4) राजकुमारियों के वैवाहिक संबंध 

स्पेन के उत्कर्ष तथा उसके महत्व को बढ़ाने में स्पेन की राजकुमारियों के वैवाहिक संबंधों का भी उल्लेखनीय योगदान था। फर्डिनेंड एवं इसाबेल की तीन पुत्रियां थी। उन्होंने अपनी ज्येष्ठ पुत्री का विवाह ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक तथा पवित्र रोमन सम्राट मैक्सिमिलियम प्रथम के पुत्र युवराज फिलिप के साथ किया था। उसकी माता नीदरलैंड्स राज्य की उत्तराधिकरणी थी। द्वितीय पुत्री का विवाह पुर्तगाल के शासक इमैनुएल प्रथम के साथ संपन्न हुआ था। सबसे छोटी और तृतीय पुत्री कैथरीन का विवाह वेल्स के युवराज ऑर्थर के साथ किया गया था, किंतु आर्थर की मृत्यु के पश्चात उसके भाई हेनरी अष्टम के साथ कैथरीन का दूसरा विवाह हुआ था। हेनरी अष्टम इंग्लैंड का सम्राट था।

   तीनों राजकुमारियों के विवाह के संबंध स्पेन की शक्ति को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुए थे। ज्येष्ठ पुत्री जोआना का वैवाहिक संबंध कूटनीतिक दृष्टि से सर्वाधिक उपयोगी और लाभदायक सिद्ध हुआ। जोआना ने सन् 1500 में चार्ल्स नामक शिशु को जन्म दिया। यही शिशु आगे चलकर चार्ल्स पंचम के नाम से स्पेन साम्राज्य का स्वामी बना, जिसके अधीन नीदरलैंड्स, संपूर्ण ऑस्ट्रियन साम्राज्य, पवित्र रोमन साम्राज्य भी सम्मिलित था। इस प्रकार इन वैवाहिक संबंधों ने स्पेन की राजनीतिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ हप्सबर्ग राजवंश (चार्ल्स पंचम) के राज्यारोहण की भूमिका को भी तैयार किया था। 

16वीं शताब्दी में स्पेन की भांति अन्य अनेक नवीन निरंकुश राजतंत्र का उदय होने के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता से युक्त राज्यों का उत्कर्ष हुआ था, जिसके संबंध में सत्यकेतु विद्यालंकार ने लिखा है — “सामन्त पद्धति के हृास, चर्च के विरुद्ध और पवित्र साम्राज्य की शक्ति में क्षीणता आ जाने के कारण राजाओं को यह अवसर मिल गया कि वे अपके-अपने राज्यों में निरंकुश और स्वेच्छाचारी रूप में शासन करने लगे। उनकी शक्ति की कोई सीमा ना रही।” 


महत्वपूर्ण अति लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर 

स्पेन का उत्कर्ष या उदय कब हुआ था?

स्पेन का उत्कर्ष या उदय आधिकारिक रूप से स्थापित नहीं है, क्योंकि यह एक प्राचीन देश है जिसका इतिहास बहुत समय तक चला है। हालांकि स्पेन का इतिहास उदय विभिन्न सांस्कृतिक और राजनीतिक परिस्थितियों के कारण हुआ है। 16वीं शताब्दी में यूरोप के इतिहास में स्पेन राज्य के उत्कर्ष की घटना को विश्व के इतिहास के अत्यंत महत्वपूर्ण घटना के रूप में जाना जाता है।

स्पेन देश किस महाद्वीप में स्थित है?

स्पेन दक्षिण-पश्चिम यूरोप में स्थित एक देश है।

स्पेन का पुराना नाम क्या है?

स्पेन का पुराना नाम हिस्पानिया (Hispania) है।

स्पेन की राजधानी क्या है?

स्पेन की राजधानी मैड्रिड है।

स्पेन के उत्कर्ष में फर्डिनेंड और इसाबेल के क्या योगदान रहा था?

स्पेन के शासक फर्डिनेंड एवं इसाबेल के मध्य संपन्न हुए वैवाहिक संबंध में स्पेन के उत्कर्ष में उल्लेखनीय भूमिका निभाई थी। दोनों के मध्य यह विवाह सन् 1969 में संपन्न हुआ था। इससे पूर्व स्पेन विभिन्न छोटे-छोटे राज्यों में विभाजित था। इस विवाह के हो जाने के फलस्वरूप स्पेन के राज सिंहासन पर हप्सबर्ग राजवंश के राज्यारोहण की भूमिका तैयार हुई।

स्पेन का उदय किसने किया था?

स्पेन का उदय रोमन साम्राज्य के समय में हुआ था। यूरोप के इबेरियन प्रायद्वीप क्षेत्र में स्थित होने वाले स्पेन क्षेत्र को रोमन ने हिस्पानिया कहा और इसे अपने साम्राज्य का हिस्सा बनाया।

Post a Comment

और नया पुराने
Join WhatsApp