आज बात करते हैं जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 summit) के बारे में और चर्चा करेंगे, जिससे आप भी अच्छी तरह समझ पाएंगे की जी-20 शिखर सम्मेलन है क्या? और G-20 summit के उद्देश्य क्या है। जी-20 शिखर सम्मेलन से संबंधित जिन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे, वे बिंदु कुछ इस प्रकार —
- जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 summit) क्या है?
- जी-20 के सदस्य देश
- जी-20 शिखर सम्मेलन के उद्देश्य
जी-20 शिखर सम्मेलन
G-20 summit
जी-20 सम्मेलन वह सम्मेलन है जिसमें विश्व के शीर्ष द्विवार्षिक आर्थिक एवं वित्तीय नेताओं का एक समूह एकत्रित होता है। इस समूह का उद्देश्य विश्व अर्थव्यवस्था और वित्तीय स्थितियों पर विचार करना और उन पर कार्यवाही करने के लिए विचार साझा करना है।
जी-20 के सदस्य देश
जी-20 का पूरा नाम ‘ग्रुप ऑफ ट्वेंटी’ और ‘उत्थानशील देश’ का समूह है, और यह विश्व के बीच सबसे बड़े अर्थशास्त्रीय राष्ट्रों का समूह है। जी-20 में - भारत, अमेरिका, चीन रूस, जर्मनी, जापान, ब्राजील, फ्रांस, इंग्लैंड, कनाडा, इटली, ऑस्ट्रेलिया, मेक्सिको, इंडोनेशिया, तुर्की, दक्षिण कोरिया, अफ्रीकी संघ, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब शामिल हैं। इन राष्ट्रों के प्रतिनिधियों का आमतौर पर वित्त मंत्री या अर्थ मंत्री रहता है।
जी-20 सम्मेलन का आयोजन वार्षिक रूप से होता है और विभिन्न विषयों पर चर्चा करने का एक मंच प्रदान करता है, जिसमें सामाजिक, आर्थिक और वाणिज्यिक मुद्दों पर विचार किया जाता है। जी-20 सदस्य राष्ट्रों के नेताओं का उद्देश्य विश्व अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए नीतियों और उपायों को समझना और इस दिशा में सहमति बनाना है।
जी-20 शिखर सम्मेलन के उद्देश्य
जी-20 वैश्विक अर्थव्यवस्था संबंधित मुख्य मुद्दों जैसे सतत पोषणीय विकास, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संतुलन, जलवायु परिवर्तन शमन जैसे मुद्दों पर कार्य करते हैं। जी-20 का मुख्य उद्देश्य विश्व आर्थिक व्यवस्था और वित्तीय स्थितियों को सुधारना और विकास करना है। यह समूह विश्व के शीर्ष द्विवार्षिक आर्थिक एवं वित्तीय नेताओं को एकत्रित करके, उनके बीच विभिन्न आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने का मंच प्रदान करती है
(1) विश्व अर्थव्यवस्था की सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखना
जी-20 का उद्देश्य जो है कि सदस्य राष्ट्र एक स्थिर और सुरक्षित अर्थव्यवस्था बनाएं और विश्व अर्थव्यवस्था की सुरक्षा सुनिश्चित करें। जी-20 का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य अर्थशास्त्रीय और वित्तीय मुद्दों के समाधान के लिए सहयोग करना है। ताकि विश्व की अर्थव्यवस्था मजबूत और स्थिर बनी रहे। और इसके अलावा जी-20 देश के नेताओं को विभिन्न विश्व पर चर्चा करने का मौका प्रदान करता है जैसे- व्यापार, उत्थान, विकास, जलवायु परिवर्तन, औद्योगिक की और साइबर सुरक्षा जैसा आदि मुद्दों पर।
(2) विश्व व्यापार
विश्व व्यापार को बढ़ावा देने और उत्थानशीलता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गतिविधियों का समर्थन किया जाता है। जी-20 सम्मेलन के उद्देश्य में विश्व व्यापार को सुधारना और व्यापारिक मामलों को समर्थन देना भी एक महत्वपूर्ण पहलू है, जी-20 सम्मेलन के विश्व व्यापार के संबंध में मुख्य उद्देश्य -
विश्व व्यापार सुधारना - जी-20 के सदस्य विश्व व्यापार को सुधारने के लिए मिलकर कार्य करते हैं। इसमें व्यापारी नीतियों का समीक्षक और अन्य व्यापारिक बढ़ाओ को कम करने के उपाय और विश्व व्यापार में सुधार के लिए सजा समझौता करने की कोशिश है जैसे तथ्य शामिल है।
व्यापारिक बढ़ाओ को हटाना - विकास के लिए व्यापारिक बढ़ाओ को हटाना महत्वपूर्ण होता है और जी-20 सदस्य देश इसे प्राथमिकता देते हैं। जैसे कि बाहरी निवेश को बढ़ावा देना, बाहरी बाजारों में पहुंच बढ़ाना और व्यापारिक मामलों को सुधारना।
(3) वित्तीय सेवाओं को सुधारना
जी-20 सम्मेलन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य वित्तीय सेवाओं को सुधारना और स्थिरता प्राप्त करना है। वित्तीय सेवाओं में सुधार करने के उद्देश्य से विभिन्न संकटों और मुद्दों का आलोचनात्मक अध्ययन किया जाता है।
वित्तीय स्थिरता में- जी-20 के सदस्य देश वित्तीय स्थितियों को सुधारने के लिए कार्य करते हैं। इसमें वित्तीय निवेश, वित्तीय बाजारों की स्थिति, बैंकिंग सेवाएं और वित्तीय प्रणालियों के प्रक्षेप में नीतियों और उपायों को शामिल करना जैसी सेवाएं हैं।
वित्तीय शिक्षा - वित्तीय शिक्षा के माध्यम से जनसंख्या को वित्तीय जागरूकता और कौशलों का पालन करना है। गरीबों के वर्गों को उचित गुणवत्ता उच्च वित्तीय सेवाओं का लाभ मिले तथा इसके लिए मांगों का विकास और सुरक्षा की व्यवस्था की जाती है।
(4) विकास और गरीबी निवारण
विकास और गरीबों के मुद्दों पर ध्यान देने के उद्देश्य से नीतियों और कार्यवाहियों पर विचार किया जाता है।
विकास - जी-20 सदस्य देश दुनिया के अर्थतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और विभिन्न आर्थिक विकास क्षेत्र में सहयोग करने का प्रयास करते हैं। इनमें शामिल है वित्तीय सेवाएं, उद्योग, व्यापार, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान और विज्ञान प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्र।
गरीबी का निवारण - जी-20 देश गरीबी को कम करने और समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाते हैं। यह समाज के सबसे अधिक वंचित और अधिक आवश्यकताओं के अनुसार नीतियों को तैयार करने में सहायक होते हैं।
(5) आर्थिक सहयोग
जी-20 सम्मेलन के उद्देश्यों में एक मुख्य उद्देश्य है आर्थिक सहयोग का प्रावधान करना है। जी-20 के सदस्य राष्ट्रीय अपने आर्थिक समस्याओं के समाधान के लिए उपाय पर भी विचार करते हैं और आर्थिक सहयोग करते हैं। जी-20 के सदस्य यह बात समझते हैं कि आर्थिक विकास विश्व के सभी देश के लिए महत्वपूर्ण है। उन्हें एक विकसित और सुरक्षित आर्थिक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए सहयोग करना जरूरी है।
निष्कर्ष (conclusion)
इन उद्देश्यों के माध्यम से जी-20 समूह विश्व अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजारों को सुधारने के लिए नेतृत्व और सहयोग प्रदान करने का प्रयास करते हैं।
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impo-Short questions and answers
जी-20 का मुख्यालय?
जी-20 का मुख्यालय कहीं नहीं है इनके फैसले ट्रोइका में होते हैं। ट्रोइका में भारत, ब्राजील , इंडोनेशिया जैसे देश है।
G20 की स्थापना कब हुई?
G20 की स्थापना 26 सितंबर, 1999 में हुई।
g20 का पहला सम्मेलन कहां हुआ?
g20 का पहला सम्मेलन वॉशिंगटन डीसी में हुआ।
जी-20 के सदस्य देश?
जी-20 में - भारत, अमेरिका, चीन रूस, जर्मनी, जापान, ब्राजील, फ्रांस, इंग्लैंड, कनाडा, इटली, ऑस्ट्रेलिया, मेक्सिको, इंडोनेशिया, तुर्की, दक्षिण कोरिया, अफ्रीकी संघ, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब शामिल हैं।
G20 का उद्देश्य क्या है?
G20 का उद्देश्य - (1) विश्व अर्थव्यवस्था की सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखना (2) विश्व व्यापार (3) वित्तीय सेवाओं को सुधारना (4) विकास और गरीबी निवारण (5) आर्थिक सहयोग
जी-20 शिखर सम्मेलन 2023 कहां होगा?
जी-20 शिखर सम्मेलन 2023 में प्रगति मैदान दिल्ली में होगा।
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