भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस संगठन में महिलाओं का योगदान-Indian National Congress

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन में महिलाओं का योगदान अथवा भूमिका से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालेंगे — 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस संगठन में महिलाओं का योगदान-Indian National Congress

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन में महिलाओं का योगदान

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। और वह स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक कांग्रेस तक निरंतर योगदान देते आ रहे हैं। कॉन्ग्रेस, भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टी है, और यह महिलाओं के लिए समानता और योगदान के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आ रही है। महिलाओं ने कांग्रेस के संगठन में व्यापक रूप से अपना योगदान दिया है और स्वतंत्र संग्राम से लेकर आधुनिक युग तक उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है। 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन में बहुत सारी महिलाओं ने अपनी भूमिका अदा की थी जैसे- आनंदीबाई जोशी, कस्तूरबा गांधी, सरोजनी नायडू, एनी बेसेंट, सोनिया गांधी, इंदिरा गांधी आदि अनेक महिलाएं। इनमें से कुछ महिलाओं का विवरण नीचे दे रहे हैं। 

योगदान अथवा भूमिका 

(1) आनंदीबाई जोशी (Anandibai Joshi)

 आनंदीबाई जोशी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गठन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली पहली महिला थी। आनंदीबाई जोशी ने 1885 में मुंबई में हुए कांग्रेस की स्थापना में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। वह भारतीय मेडिकल शिवा प्रथम महिला डॉक्टर थी और उन्होंने महिलाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करने के लिए बहुत कठिनाइयों का सामना भी किया। आनंदी बाई का जन्म 31 मार्च, 1865 को महाराष्ट्र के नासिक जिले में हुआ था। उनके परिवार ने बालिका शिक्षा के पक्ष में रुचि दिखाई है और उन्हें शिक्षा में समर्थन किया। 

(2) कस्तूरबा गांधी का योगदान 

कस्तूरबा गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। वह नैतिक और राजनीतिक मानवाधिकारों की एक प्रखर प्रवक्ता थी और उन्होंने अपने जीवन में महिलाओं के प्रति समर्पण का प्रतीक बनाया। कस्तूरबा गांधी महात्मा गांधी की पत्नी थी, और उन्होंने गांधीजी के संगठनात्मक कार्य में अपना योगदान दिया। उन्होंने कांग्रेस की नीतियों, आंदोलनों और विचारधारा में गहरी रूचि दिखाई और अपने पति को समर्थन किया। कस्तूरबा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने सत्याग्रह आंदोलन में सक्रिय रूप से भूमिका निभाई और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर विदेशी वस्त्र त्याग का समर्थन किया। उन्होंने आंदोलन में गिरफ्तार होने के बावजूद अपनी सत्यता और निष्ठा बनाए रखी और जेल में भी विचारों के प्रचार का कार्य जारी रखा था। कस्तूरबा गांधी को आम जनता में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने का प्रतीक माना जाता है। 

(3) सरोजिनी नायडू का योगदान

सरोजिनी नायडू का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह महिला सशक्तिकरण और स्वतंत्रता संग्राम के क्षेत्र में अपने प्रभावशाली कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। और उन्होंने कांग्रेस के संगठन में सक्रिय रूप से भूमिका निभाई और महिलाओं की स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका को मजबूती दी। उन्होंने विदेशी वस्तुओं का त्याग किया और स्वदेशी आंदोलनों का समर्थन किया। उन्होंने सत्याग्रह आंदोलन में अपना योगदान दिया और जेल में भी बंद रह कर आंदोलन का प्रचार-प्रसार किया। सरोजिनी नायडू ने भारतीय महिला संगठन की स्थापना की। जो महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने के लिए समर्पित रहती थी। यह संगठन के माध्यम से उन्होंने महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक उत्थान के लिए काफी हद तक प्रयास किए। उन्होंने इस संगठन के साथ मिलकर महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए कठोर प्रयास किए। और उन्होंने महिलाओं के विद्यालयों, कॉलेजों और अस्पतालों के निर्माण के लिए बहुत सी नीतियों का प्रचार किया। वे आंध्र प्रदेश में महिलाओं के उत्थान के लिए आरामदायक वातावरण बनाने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखा।

(4) एनी बेसेंट का योगदान

एनी बेसेंट ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्होंने संघ के विकास में अहम योगदान दिया। उनके संघ के रूप में कार्य और नैतिकता के प्रति समर्पण ने कांग्रेस की पुनर्जागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एनी बेसेंट का एक महत्वपूर्ण योगदान उनके संघ की स्थापना में था। उन्होंने 1885 में मुंबई में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गठन के प्रारंभिक दिनों में कांग्रेस के संगठनात्मक कार्य में अपना सक्रिय योगदान दिया। उन्होंने संगठन के विचारधारा, आंदोलन योजना और गतिविधियों के निर्माण में मदद की तथा उनका संघ में आधारभूत समर्थन कांग्रेस के आरंभिक दशकों में महत्वपूर्ण था। 

  एनी बेसेंट ने संघ के माध्यम से महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वराज्य के प्रति आंदोलन किया। उन्होंने भारतीय महिला संगठन (Indian women's organization) की स्थापना की। जो कि महिलाओं के समर्थन शिक्षा और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करती थी। उन्होंने संघ के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए बढ़ावा दिया।

(5) इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) 

इंदिरा गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन में एक महिला नेता के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व करते हुए दशकों तक देश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और विभिन्न मुद्दों पर प्रभावशाली नेतृत्व प्रदान किया। इंदिरा गांधी ने कांग्रेस के संगठन में एक मजबूत नेतृत्व दिखाया। उन्होंने 1966 से 1977 तक और 1980 से 1984 तक 2 अवधि में प्रधानमंत्री की पदभार पर काम किया। उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने कई बड़े और महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया जैसे कि गरीबी हटाओ, नदी निर्माण परियोजनाएं और विपणन नीतियां। इंदिरा गांधी ने कांग्रेस के संगठन में नेतृत्व की बाधाओं को पार करते हुए पार्टी को मजबूती और समर्पण दिखाया। 

  इंदिरा गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा दिया। उन्होंने महिलाओं के उत्थान को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं शुरू की, जैसे कि महिला आयोग, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और महिला अदालतों की स्थापना की। उन्होंने वैश्विक महिला सम्मेलन में भाग लिया और महिलाओं के अधिकारों, समानता और सशक्तिकरण के प्रति आवाज बुलंद किया। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वराज्य के विकास के लिए काफी प्रयास किए। 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में महिलाओं की भूमिका के महत्वपूर्ण बिंदु- 

1- स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका

 समुद्र संग्राम के दौरान महिलाओं ने कांग्रेस के आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एनी बेसेंट, सरोजिनी नायडू, अरूणा आसफ अली, कमलादेवी चट्टोपाध्याय, उषा डी डी बर्मन, राजेंद्री प्रसाद, और कमला नेहरू जैसी महिलाएं नेतृत्व करती रही और आंदोलन में अपना योगदान दिया।

2- महिला कांग्रेस (woman Congress)

कांग्रेस ने महिलाओं के लिए एक विशेष संगठन बनाया और उसे महिला कांग्रेस के नाम से जाना जाता है। महिला कांग्रेस महिलाओं को राजनीतिक मंच पर सक्रिय होने और महिला मुद्दों को उठाने का अवसर प्रदान करती हैं। इसके माध्यम से महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक स्वराज्य, महिला सुरक्षा, सामाजिक और महिला अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम किया जाता है।

3- महिलाओं की अध्यक्ष पद पर योगदान

कांग्रेस के अध्यक्ष पर महिलाओं ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सरोजनी नायडू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी की माता प्रियंका गांधी जैसी महिलाएं कांग्रेस के प्रमुख पदों पर चुनी गई। उन्होंने पार्टी के नेतृत्व में अपनी योग्यता और कार्य क्षमता का प्रदर्शन किया है।

महिलाओं का संगठन में योगदान कांग्रेस के समर्थकों के लिए गर्व का विषय रहा है।

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