नेपोलियन के उत्थान (उदय) के कारण - letest education

 नेपोलियन बोनापार्ट से संबंधित उसके उदय (उत्थान) के कारणों की व्याख्या करेंगे — 


नेपोलियन बोनापार्ट  (Napoleon Bonaparte)

नेपोलियन बोनापार्ट (napoleon ke uday ke karan) ; विश्व की महान महान व्यक्तियों में से एक था। नेपोलियन का 15 अगस्त, 1769 ई० में हुआ था। उसकी तुलना सिकंदर महान और सार्लमेंन (शार्लमां) से की जा सकती है। नेपोलियन बोनापार्ट इतिहास के महान विजेताओं में से एक है। उसके आश्चर्यजनक उत्थान के कारण निम्न प्रकार थे- 

नेपोलियन के उत्थान (उदय) के कारण - letest education

नेपोलियन के उत्थान के कारण

(1) सैनिक योग्यता

 नेपोलियन की सैनिक योग्यता बड़ी विलक्षण और अद्भुत थी। वह कहा करता था - “मैंने फ्रांस का राजमुकुट भूमि पर पड़ा हुआ पाया और मैंने उसे तलवार से उठा लिया।” वास्तव में नेपोलियन का यह कथन सर्वथा सत्य था क्योंकि इटली की प्रथम विजय से ही उसका सिक्का ब्रांच के जनता पर जमा दिया और फ्रांसीसी जनता उसे देश का नायक समझने लगी थी। उसकी सतत सफलताओं ने उसकी ख्याति को चारों ओर प्रसारित कर दिया और देश के जनता उसका गुणगान करने लगी। फल स्वरुप नेपोलियन की आश्चर्यजनक विजयें उसके उत्थान में बड़ी सहायक सिद्ध हुई। वस्तुतः उसकी सफलता का मूल कारण उसके सैनिक प्रतिभा ही थी।

(2) फ्रांस की सोचनीय दशा

फ्रांस की राज्यक्रांति के बाद राष्ट्रीय सेवा देश में शांति स्थापित करने में असफल रही थी। व्यवस्थापिका तथा राष्ट्रीय सम्मेलन की आतंक के शासन में फंसे की दशा को अत्यंत सोचनीय बना दिया था। डायरेक्टरी का शासन तो सबसे अधिक भ्रष्ट और निकम्मा हो गया था; अथवा प्रांत में ऐसे शक्तिशाली शासक की आवश्यकता थी। जो देश की दशा को सुधार कर एक सशक्त एवं सुव्यवस्थित शासन प्रणाली की स्थापना कर सकें इस कार्य को पूरा करने की क्षमता नेपोलियन में पूर्ण रूप से विद्यमान थी; उसका उत्थान होना एक स्वाभाविक थी।

(3) फ्रांस की गौरव में वृद्धि 

नेपोलियन ने अपनी महत्वपूर्ण विजयों से फ्रांस को अंतरराष्ट्रीय गौरव प्रदान किया। संपूर्ण यूरोप नेपोलियन की विजयों से आतंकित हो गया और विदेशी राज्यों पर फ्रांस की धाक स्थापित हो गई। इन विजयों ने फ्रांस को इतना अधिक गौरवशाली बना दिया जितना वह लुई 14 वें के समय में भी ना हो पाए था। गौरव शब्द फौजी की जनता की कमजोरी था और वह किसी भी उस व्यक्ति के समक्ष समर्पण करने के लिए तैयार थे जो उन्हें गौरव दिलाने में सक्षम हो सके।

(4) कुशल कूटनीतिकज्ञ

 नेपोलियन एक कुशल कूटनीतिज्ञ था। अपनी योग्यता का प्रमाण उसने इटली की प्रथम विजय से दिया। उसने अपने कार्यों से यह सिद्ध कर दिया कि वह राजाओं के साथ कूटनीतिक व्यवहार कर सकता है। उसने वेनिस का विभाजन कर अपनी दूरदर्शिता का पहचान या परिचय दिया। अपनी अभियानों के दौरान भी उसका व्यवहार कूटनीति पूर्ण था तथा उसने ना तो खराब की जनता को और ना ही डायरेक्टरी के सदस्यों को अपने सही इरादे का आभास होने दिया। उसे कूटनीतिक दक्षता के लिए सार्लमेंन के समकक्ष माना जा सकता है।

(5) भाग्यशाली

 नेपोलियन एक भाग्यशाली व्यक्ति भी था। उसने एक बार कहा था— “वह व्यक्ति प्रगति नहीं कर सकता, यह पहले से ही ज्ञात है कि वह कहां जा रहा है।” उसने यह भी कहा था—“मेरा वर्णन अधिक से अधिक पृष्ठ में नहीं लिखा जाएगा। मेरा विचार है कि मुझे सीकरी ऐसे कार्य करने हैं जिनका वर्तमान पीढ़ी के व्यक्ति अनुमान नहीं कर सकते।”   

  नेपोलियन का भाग्य बड़ा प्रबल था। मिस्र के अभियान में समुद्री तूफान से बचकर वह सकुशल माल्टा पहुंच गया था। और 1794 ईसवी में वह अंग्रेजों की कैसे भी भाग निकलने में सफल हो गया था। मिस्र की भीषण कठिनाइयों से बचकर वह अपनी भाग्य के कारण ही उचित समय पर फ्रांस पहुंच सका था। यह भी नहीं पूजन का भाग यही था कि क्रांति के बाद कोई भी व्यवस्थापिका फ्रांस में अराजकता समाप्त करके एक निश्चित शासन प्रणाली नहीं प्रदान कर पाई थी। 

(6) जोजेफाइन से विवाह

जोजे फाइन से नेपोलियन का विवाह उसके उत्थान में बड़ा सहायक सिद्ध हुआ। और बहुत शीघ्र ही अपनी पत्नी की व्यापक प्रभाव के कारण फ्रांसीसी सेनाओं का अध्यक्ष बन गया था।

(7) अपूर्व अवसर

 नेपोलियन को अपना उत्थान करने के दो अवसर मिले थे। तुला बंदरगाह पर अधिकार (1793 ई०) और ‘राष्ट्रीय सम्मेलन’ की सुरक्षा (1795 ई०)  करके उसने अमर ख्याति प्राप्त कर ली थी। उसकी योग्यताओं ने फ्रांस की जनता का हृदय जीत लिया था। जब डायरेक्टरी ने उसको इटली अभियान का दायित्व सौंपा, उस समय यदि वह अपनी योग्यता का प्रदर्शन ना कर पाता तो संभवत हो वह कभी भी फ्रांस का सर्वेसर्वा (महानायक)  नहीं बन पाता।

(8) आत्म विश्वासी नेपोलियन या महत्वकांक्षी

 नेपोलियन बड़ा महत्त्वकांक्षी  तथा आत्मविश्वास व्यक्ति था। अपने आत्मविश्वास के बल पर वह भी जाए प्राप्त करता गया और महत्वाकांक्षाओं के कारण एक सफलता के बाद दूसरी सफलता की ओर अग्रसर होता गया उसकी पत्नी जेजे फाइन ने यह लिखा है कि उसमें इतना अधिक आदमी स्वास्थ्य जिससे ऐसा लगता था कि इस व्यक्ति के लिए सब कुछ संभव है। उसकी असीमित महत्व कौन-सा और आत्मविश्वास ने उसे शीघ्र ही सफलताओं के शिखर पर भी पहुंचा दिया।


Important Short question answer 

नेपोलियन का जन्म कब हुआ था?

नेपोलियन का जन्म 15 अगस्त, 1769 ई० में हुआ था।

नेपोलियन का जन्म कहां हुआ?

नेपोलियन का जन्म अजाशियो (फ्रांस) में हुआ।

नेपोलियन के उत्थान (उदय) के कारण?

(1) सैनिक योग्यता (2) फ्रांस की सोचनीय दशा (3) फ्रांस की गौरव में वृद्धि (4) कुशल कूटनीतिकज्ञ (5) भाग्यशाली (6) जोजेफाइन से विवाह (7) अपूर्व अवसर (8) आत्म विश्वासी नेपोलियन या महत्वकांक्षी

नेपोलियन किस राष्ट्र का शासन था?

नेपोलियन फ्रांस राष्ट्र का शासन था।

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